— अकाली दल की साजिश का करेंगे तथ्यों के काउंटर
अमृतसर
शिरोमाणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से बजट इजलास में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के खिलाफ पास किए प्रस्ताव को लेकर राजनीति गर्माने लगी है। हिन्दू संगठन एसजीपीसी की पास किए प्रस्ताव के खिलाफ मैदान में आने लग पड़े है। एसजीपीसी के इस पास प्रस्ताव को अकाली दल बादल की ओर से राज्य के हालातों को दोबार खराब करने की कोशिश बताने के साथ हिन्दू व सिख भाईचारे में दरार पैदा कर सत्ता पर दोबारा काबिज होने की साजिश बताया जा रहा है।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के धर्म जागरण प्राकोष्ठ के वरिष्ठ नेता व प्रवक्ता राम गोपाल ने कहा कि अकाली दल एक सुनियोजित राजनीति के तहत अपने सहयोगी संस्थान एसजीपीसी के माध्यम से आरएसएस के खिलाफ सिख समुदाय को करके अपनी कमजोरियों से सिख पंथ का ध्यान हटा कर दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और आने वाले विधान सभा चुनावों में राज्य की सत्ता पर काबिज होने के लिए बेबुनियाद प्रस्ताव पारित करवा रहा है। सिख पंथ अकाली दल की सचाई को समझ चुका है। पिछले दिनों में अकाली नेतृत्व का गांवों में जाने से काफी विरोध लोगों ने किया था। यह विरोध अकाली दल की ओर से की जा रही रैलियों में दोबारा उभर कर सामने न आए इस लिए अपने पिछले पंथ व पंजाब विरोधी कामों से सिख पंथ का ध्यान हटाने के लिए एसजीपीसी के माध्यम से आरएसएस के खिलाफ प्रचार करवाया जा रहा है। जिस को किसी भी कीमत पर सफल नही होने दिया जाएगा।
राम गोपाल ने कहा कि अकाली दल का राजनीतिक इतिहास रहा है जब जब भी अकाली दल राजनीतिक तौर पर कमजोर हुआ है अकाली दल ने अपनी साख बचाने के लिए पंजाब के लोगों और पंथ को दिल्ली के खिलाफ करने के लिए झूठे मुद्दे पैदा करके उनको हवा दी है। अब फिर इसी तरह की साजिश हो रही है। इस के लिए अकाली दल एसजीपीसी और अकाल तख्त समेत अन्य तख्तों का सहारा लेकर सिख पंथ के अनुयाईयों की धार्मिक भावनाओं को अपनी सत्ता के हितों के लिए इस्तेमाल करता है। इस बार अकाली दल की यह साजिश पूरी तरह बेनकाब हो चुकी है। सोशल मीडिया पर आरएसएस और इसके सहयोगी संगठन एसजीपीसी की इस साजिश का पूरी तरह खुल कर जवाब दे रहे है। तथ्यों के साथ काउंटर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाब में हिन्दू सिख एकता भाईचारे और परिवारिक सांझ को अकालियों की सत्ता प्राप्ति के लिए किसी भी तरह प्रभावित नही होने दिया जाएगा। सिख पंथ को सब से अधिक खतरा ईसाई प्रचारकों से है। आज सीमांत गांवों में बढ़ी संख्या में सिख ईसाई बन चुके है यहा तक बहुत सारी ग्रामीण चर्च में केश व पगड़ी धारी पास्टर व प्रचारक बन चर्चों के प्रबंध चला रहे है। आज तक सिखों के ईसाई बनने पर न तो एसजीपीसी ने कोई प्रस्ताव पारित किया और नही कभी अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने इस के खिलाफ ब्यान दिया। आरएसएस पंजाब में हिन्दू सिख भाईचारे को कभी नही टूटने देगी। अकाली दल की स्वार्थी राजनीति की हांडी को पंजाब के बहादुर लोक पकने नहीं देंगे।
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पंजाब के शांतिमय महौल को नहीं करने देंगे खराब: राज शर्मा
अखिल भारत हिन्दू महासभा के राज्य अध्यक्ष राज कुमार शर्मा ने कहा कि अकाली दल ने अपना वोट बैंक बढ़ाने व सत्ता पर दोबारा काबिज होने के लिए एसजीपीसी के माध्यम से आरएसएस के खिलाफ प्रस्ताव पारित करवा कर राज्य के शांतिमय महौल को खराब करने की कोशिश की है। इस में अकाली दल को सफल नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिन्दूओं और सिखों को नाखून और मास का रिश्ता है। सत्ता के लिए इसे तोड़ने की अकाली दल की कोशिश को पंजाबी नाकार देंगे। पंजाब के हिन्दू परिवारों में शुरू से ही बड़े बेटे को सिख बनाया जाता था। एक ही परिवार में एक भाई हिन्दू और सिख होताा था। इस भाईचारे को पंजाब के लोग टूटने नहीं देंगे। इस के लिए अकाली दल को अखिल भारत हिन्दू महासभा मूंह तोड़ जवाब देने के लिए तैयार है।
— पंकज शर्मा